Air Conditioner: फरवरी का महीना शुरू होते ही ठंड धीरे-धीरे कम होने लगी है। लोगों ने गर्म कपड़ों को समेटना शुरू कर दिया है, लेकिन इसके साथ ही तेज गर्मी का डर भी सताने लगा है। पिछले साल गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे, जिससे कई घरों में लगे एयर कंडीशनर (AC) तक फेल हो गए थे। ऐसे में इस साल की गर्मी कैसी रहने वाली है, इस सवाल ने अभी से लोगों को चिंता में डाल दिया है।
गर्मी से राहत के लिए एसी सबसे अच्छा ऑप्शन
भीषण गर्मी से बचने के लिए लोग सबसे पहले एयर कंडीशनर (AC) का सहारा लेते हैं। यह आज के समय में सबसे असरदार ऑप्शन माना जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि एसी को हमेशा दीवार के ऊपरी हिस्से में ही क्यों लगाया जाता है? इसके पीछे एक वैज्ञानिक कारण छिपा होता है।
एसी को ऊपर लगाने के पीछे का विज्ञान
अगर आपने स्कूल में विज्ञान की पढ़ाई की होगी, तो आपको यह पता होगा कि गर्म हवा हल्की होती है और ऊपर की ओर उठती है, जबकि ठंडी हवा भारी होती है और नीचे की ओर जाती है। एसी को ऊपर लगाने का सीधा संबंध इसी सिद्धांत से है।
ठंडी और गर्म हवा का संतुलन
एसी से निकलने वाली हवा ठंडी होती है, जो कमरे में पहले से मौजूद गर्म हवा से भारी होती है। जब एसी चलाया जाता है, तो ठंडी हवा नीचे की ओर गिरती है और गर्म हवा ऊपर की ओर उठती है। इससे कमरे का तापमान संतुलित रहता है और पूरे कमरे में ठंडक बनी रहती है।
तापमान का असर
अगर आप एसी चलाने के बाद अपने कमरे का तापमान चेक करेंगे, तो पाएंगे कि फर्श का तापमान ठंडा रहेगा जबकि छत की ओर तापमान अधिक होगा। यह इसीलिए होता है क्योंकि ठंडी हवा नीचे रहती है और गर्म हवा ऊपर उठ जाती है। यदि एसी को नीचे लगा दिया जाए, तो ठंडी हवा कमरे के निचले हिस्से में ही रहेगी और ऊपर गर्म हवा बनी रहेगी, जिससे पूरा कमरा ठंडा नहीं हो पाएगा।
नीचे एसी लगाने से क्या नुकसान होगा?
अगर एसी को कमरे के नीचे की तरफ लगाया जाए तो ठंडी हवा केवल फर्श के आस-पास ही रहेगी, जबकि कमरे का ऊपरी भाग गर्म बना रहेगा। इस स्थिति में ठंडक पूरे कमरे में नहीं फैलेगी, जिससे एसी का पूरा लाभ नहीं मिल पाएगा। इसके अलावा, नीचे लगे एसी में धूल और गंदगी जल्दी जमा हो सकती है, जिससे उसकी कपैसिटी भी प्रभावित होगी।
एसी के सही स्थान का चुनाव कैसे करें?
अगर आप अपने कमरे में एसी लगवा रहे हैं, तो कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- ऊपर की दीवार पर लगाएं – एसी को हमेशा दीवार के ऊपरी हिस्से में लगाना चाहिए ताकि ठंडी हवा नीचे की ओर आकर पूरे कमरे में फैल सके।
- खिड़की या दरवाजे के पास न लगाएं – एसी को ऐसी जगह न लगाएं जहां से सीधी धूप आती हो या बार-बार दरवाजा खुलता-बंद होता हो।
- कमरे के केंद्र में लगाएं – कोशिश करें कि एसी कमरे के केंद्र में हो, ताकि हवा पूरे कमरे में बराबर तरीके से फैल सके।
- फर्नीचर से दूरी बनाए रखें – एसी के आगे कोई भी बड़ी वस्तु या फर्नीचर नहीं होना चाहिए, जिससे हवा का प्रवाह बाधित न हो।
इन्वर्टर एसी
आजकल इन्वर्टर एसी का चलन बढ़ रहा है। यह पारंपरिक एसी की तुलना में ज्यादा ऊर्जा कुशल होता है और बिजली की बचत भी करता है। इन्वर्टर एसी की विशेषता यह है कि यह कमरे के तापमान के अनुसार अपनी कूलिंग क्षमता को समायोजित कर लेता है, जिससे बिजली की खपत कम होती है।