Traffic Challan Rule: सड़क पर गाड़ी चलाते समय ट्रैफिक नियमों का पालन करना बेहद जरूरी होता है। अगर कोई चालक इन नियमों की अनदेखी करता है, तो उसे भारी चालान भरना पड़ सकता है। हाल ही में एक अफवाह तेजी से फैल रही है कि अगर कोई व्यक्ति चप्पल या सैंडल पहनकर गाड़ी चलाता है, तो उसका चालान कट सकता है। यह सवाल हर किसी के मन में है कि क्या सच में ऐसा कोई नियम है? आइए इस विषय पर पूरी जानकारी लेते हैं।
क्या चप्पल पहनकर वाहन चलाने पर चालान कटता है?
कई लोग यह मानते हैं कि चप्पल या सैंडल पहनकर गाड़ी चलाना अवैध है और इसके लिए चालान कट सकता है। लेकिन असल मे कुछ और ही है। मोटर व्हीकल एक्ट में ऐसा कोई नियम नहीं है, जो यह कहे कि चप्पल पहनकर गाड़ी चलाने पर चालान होगा। यह पूरी तरह से एक अफवाह है, जिससे कई लोग भ्रमित हो जाते हैं।
ट्रैफिक पुलिस का क्या कहना है?
इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के DSP चंद्रकेश सिंह ने साफ किया कि मोटर व्हीकल एक्ट में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, जिसमें चप्पल पहनकर वाहन चलाने पर चालान किया जाए। उन्होंने बताया कि कानून में इस तरह की कोई बाध्यता नहीं है कि गाड़ी चलाते समय जूते ही पहने जाएं। हालांकि, सुरक्षा के नजरिए से जूते पहनने की सलाह जरूर दी जाती है।
सुरक्षा के नजरिए से चप्पल पहनकर वाहन चलाना कितना सही?
हालांकि कानून में चप्पल पहनकर वाहन चलाने पर कोई पाबंदी नहीं है, लेकिन सुरक्षा के लिहाज से इसे सही नहीं माना जाता। जब आप बाइक या कार चला रहे होते हैं, तो आपको पैरों से गियर शिफ्ट करना, ब्रेक लगाना और एक्सीलेटर को कंट्रोल करना होता है। अगर आप जूते पहनकर ड्राइविंग करते हैं, तो आपकी ग्रिप मजबूत रहती है और दुर्घटना होने की संभावना कम हो जाती है।
चप्पल पहनकर बाइक चलाने के खतरे
- कमजोर ग्रिप: चप्पल पहनने पर आपके पैर का ब्रेक और गियर पर सही पकड़ नहीं बन पाती, जिससे संतुलन बिगड़ सकता है।
- फिसलने का खतरा: कई बार चप्पल के कारण पैर ब्रेक पेडल से फिसल सकता है, जिससे दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है।
- कम सुरक्षा: अगर बाइक गिर जाती है या किसी अन्य वाहन से टकरा जाती है, तो चप्पल पहनने से आपके पैर को चोट लगने का खतरा ज्यादा रहता है।
- गियर शिफ्टिंग में दिक्कत: कई बाइक्स में गियर शिफ्ट करने के लिए पैर का उपयोग करना पड़ता है। चप्पल पहनने से यह प्रक्रिया मुश्किल हो सकती है और गाड़ी सही से कंट्रोल नहीं हो पाती।
कार चलाते समय चप्पल पहनने के नुकसान
- ब्रेक और एक्सीलेटर पर सही पकड़ नहीं बनती: चप्पल पहनकर गाड़ी चलाने पर पैरों की पकड़ ब्रेक और एक्सीलेटर पर सही नहीं रहती, जिससे गाड़ी को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है।
- फिसलने का खतरा: बारिश के मौसम में या धूल मिट्टी के कारण चप्पल आसानी से फिसल सकती है, जिससे ब्रेक लगाने में देरी हो सकती है और एक्सीडेंट होने की संभावना बढ़ सकती है।
- ईमर्जन्सी में प्रतिक्रिया धीमी: अगर किसी इमरजेंसी में तेजी से ब्रेक लगाने की जरूरत हो, तो चप्पल फिसलने के कारण सही समय पर गाड़ी नहीं रुक सकती।
क्या ट्रैफिक पुलिस चालान कर सकती है?
कानूनी रूप से चप्पल पहनकर गाड़ी चलाने पर चालान नहीं कट सकता, लेकिन अगर ट्रैफिक पुलिस को लगता है कि इससे सड़क पर खतरा हो सकता है, तो वह आपको सुरक्षा नियमों के आधार पर चेतावनी दे सकती है। कई मामलों में पुलिस वाहन चालक को हिदायत देकर छोड़ देती है और उन्हें जूते पहनकर गाड़ी चलाने की सलाह देती है।
क्या हेलमेट और सीट बेल्ट न लगाने की तरह यह भी कानून का उल्लंघन है?
नहीं, हेलमेट और सीट बेल्ट न लगाने पर ट्रैफिक नियमों के तहत चालान कटता है, लेकिन चप्पल पहनने का ऐसा कोई कानूनी प्रावधान नहीं है। हालांकि, यह सड़क सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण पहलू जरूर है और सुरक्षित ड्राइविंग के लिए जूते पहनने की सलाह दी जाती है।
विशेषज्ञों की राय
- सैफ ड्राइविंग: जूते पहनने से पैरों को सही पकड़ मिलती है, जिससे गाड़ी को बेहतर तरीके से कंट्रोल किया जा सकता है।
- दुर्घटनाओं से बचाव: सही ग्रिप के कारण अचानक ब्रेक लगाने की स्थिति में भी गाड़ी को आसानी से रोका जा सकता है।
- आरामदायक ड्राइविंग: जूते पहनने से ड्राइविंग आरामदायक हो जाती है और पैरों को ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती।