Fake and Real Ghee: होली का त्योहार नजदीक आते ही बाजार में मिलावटखोरी का चलन भी बढ़ जाता है. इस दौरान, घी और मावा जैसे खाद्य पदार्थों में मिलावट की घटनाएँ अक्सर बढ़ जाती हैं. नोएडा में हाल ही में की गई छापेमारी में 10 हजार लीटर से अधिक मिलावटी घी बरामद हुआ, जिससे उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरे की आशंका जताई जा रही है.
मिलावटी घी के स्वास्थ्य पर असर
मिलावटी घी का सेवन न केवल आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि इससे कई गंभीर बीमारियां (Serious Health Risks) भी हो सकती हैं. ऐसे में, यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि उपभोक्ता बाजार से कुछ भी खरीदने से पहले उसकी गुणवत्ता की जांच पड़ताल करें और असली वस्तु की पहचान कर सकें.
नकली घी की पहचान कैसे करें?
नकली घी बाजार में असली घी की तरह ही दिखाई देता है और इसमें घी की महक के लिए भी कृत्रिम सुगंध (Artificial Fragrance) और एसेंस मिलाए जाते हैं. इससे उपभोक्ता धोखा खा सकते हैं, लेकिन कुछ घरेलू नुस्खे अपनाकर आप नकली घी की पहचान कर सकते हैं.
घरेलू नुस्खों से नकली घी की पहचान
घर पर आसानी से की जा सकने वाली कुछ जांचें आपको असली और नकली घी के बीच अंतर समझने में मदद कर सकती हैं. जैसे, हाथ में घी लेकर रगड़ना, आयोडीन टिंचर की बूँदें डालना (Iodine Test for Starch), और गुनगुने पानी में घी मिलाना जैसे तरीके असली और नकली घी की पहचान में सहायक होते हैं.
उपभोक्ता जागरूकता और सुरक्षा
होली के दौरान, जब खाद्य पदार्थों की मांग बढ़ जाती है, उपभोक्ताओं को विशेष रूप से सतर्क रहने की आवश्यकता होती है. मिलावटी उत्पादों से बचने के लिए जांच पड़ताल और सही स्रोतों से खरीदारी करने की सलाह दी जाती है. अपनी और अपने परिवार की सेहत की सुरक्षा के लिए इस प्रकार की जानकारी अत्यंत महत्वपूर्ण है.