Punjab News: पंजाब के बठिंडा जिले के बल्लो गांव की ग्राम पंचायत ने एक ऐसा कदम उठाया है. जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की ओर इशारा करता है. गांव की सरपंच अमरजीत कौर ने घोषणा की है कि जो परिवार अपने शादी समारोह में शराब का उपयोग नहीं करेंगे और DJ का इस्तेमाल नहीं करेंगे. उन्हें 21,000 रुपये की नकद प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.
शादी समारोहों में फिजूलखर्ची और झगड़ों पर रोक लगाने का प्रयास
इस फैसले के पीछे का मुख्य उद्देश्य शादी समारोहों में फिजूलखर्ची और शराब के दुरुपयोग को रोकना है. सरपंच अमरजीत कौर ने बताया कि अक्सर देखा जाता है कि शादी के दौरान शराब परोसी जाती है और DJ पर तेज़ आवाज़ में संगीत बजाया जाता है. इससे न केवल झगड़े होते हैं. बल्कि विद्यार्थियों की पढ़ाई और बुजुर्गों की नींद भी बाधित होती है.
शराब और DJ से जुड़ी समस्याएं
- शराब के दुरुपयोग से झगड़े: शादी समारोह में शराब परोसने के कारण अक्सर विवाद और झगड़े हो जाते हैं. यह समाज में अशांति का कारण बनता है.
- तेज़ आवाज़ से परेशानी: DJ पर तेज़ आवाज़ में संगीत बजाने से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होती है और बुजुर्गों को भी परेशानी होती है.
- फिजूलखर्ची का बढ़ता चलन: शादी समारोहों में जरूरत से ज्यादा खर्च करने की प्रवृत्ति बढ़ रही है, जिससे आर्थिक बोझ बढ़ता है.
सरपंच अमरजीत कौर का संदेश
गांव की सरपंच अमरजीत कौर ने कहा “हमारा उद्देश्य है कि लोग शादी समारोह में फिजूलखर्ची से बचें और एक अनुशासित समाज का निर्माण करें.” उन्होंने कहा कि इस प्रोत्साहन राशि से न केवल परिवारों को आर्थिक लाभ मिलेगा. बल्कि समाज में एक सकारात्मक संदेश भी जाएगा.
पंचायत का प्रस्ताव और उसकी शर्तें
ग्राम पंचायत ने इस पहल के लिए एक प्रस्ताव पारित किया है. जिसमें निम्नलिखित शर्तें शामिल हैं:
- शादी समारोह में शराब का उपयोग न हो.
- DJ पर तेज़ आवाज़ में संगीत न बजाया जाए.
- परिवार को पंचायत में आवेदन करना होगा और शादी के दौरान उपरोक्त नियमों का पालन करना होगा.
21,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि
इस प्रस्ताव के तहत जो भी परिवार इन शर्तों का पालन करेगा. उसे ग्राम पंचायत की ओर से 21,000 रुपये की नकद राशि प्रदान की जाएगी. यह राशि उन परिवारों को शादी के खर्च में सहायता के रूप में दी जाएगी.
बल्लो गांव की पहल की सराहना
बल्लो गांव की आबादी लगभग 5,000 है और यह कदम समाज में एक नई दिशा देने वाला साबित हो सकता है. स्थानीय लोगों ने इस फैसले की सराहना की है और इसे एक सकारात्मक बदलाव के रूप में देखा है.
अन्य गांव भी अपना सकते हैं यह मॉडल
बल्लो गांव का यह मॉडल अन्य गांवों के लिए भी प्रेरणा बन सकता है. अगर इस पहल को व्यापक स्तर पर अपनाया जाए, तो समाज में कई सामाजिक समस्याओं को कम किया जा सकता है.
फिजूलखर्ची से बचने की दिशा में एक बड़ा कदम
शादी समारोहों में फिजूलखर्ची एक बड़ी समस्या बन चुकी है. इस पहल के माध्यम से ग्राम पंचायत ने लोगों को दिखाया है कि छोटे-छोटे बदलाव भी बड़े परिणाम ला सकते हैं.
ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण की ओर एक कदम
ग्राम पंचायत की इस पहल से ग्रामीण महिलाओं को भी सशक्त बनाने का प्रयास हो रहा है. सरपंच अमरजीत कौर का यह कदम न केवल महिलाओं की आवाज को मजबूत करेगा. बल्कि समाज में उनकी भूमिका को भी बढ़ावा देगा.