Bank Cheque Rules: अगर आपको इमरजेंसी में पैसों की जरूरत पड़ जाए और आप चेक से पैसा निकालना चाहें, तो अब आपको लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने चेक क्लियरेंस को तेज और आसान बनाने के लिए नए नियम लागू करने का ऐलान किया है. इन नए नियमों के तहत अब चेक जमा करने के कुछ ही घंटों में पैसा आपके खाते में आ जाएगा. जबकि पहले यह प्रक्रिया दो दिन तक की होती थी.
क्या है चेक क्लियरिंग की मौजूदा प्रक्रिया?
अब तक चेक से पैसे निकालने की प्रक्रिया में काफी समय लगता था. ज्यादातर मामलों में T+1 यानी अगले कार्य दिवस पर चेक क्लियर होता था. लेकिन कई बार वेरिफिकेशन, बैंकिंग अवकाश और अन्य तकनीकी कारणों से यह प्रक्रिया 2-3 दिन तक खिंच जाती थी. इससे ग्राहकों को असुविधा होती थी. खासकर जब उन्हें पैसों की तुरंत जरूरत होती थी.
RBI ने किया चेक ट्रंकेशन सिस्टम में बदलाव
RBI के गवर्नर ने मौद्रिक नीति समीक्षा (Monetary Policy Review) के दौरान चेक ट्रंकेशन सिस्टम (Cheque Truncation System – CTS) को और अधिक प्रभावी बनाने की घोषणा की. इस नई व्यवस्था के तहत अब चेक प्रोसेसिंग ‘बैच’ में न होकर, वास्तविक समय (Real-time Clearing) के आधार पर होगी. यानी जैसे ही चेक जमा किया जाएगा. उसे तुरंत स्कैन करके आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी.
कैसे काम करेगा नया चेक क्लियरेंस सिस्टम?
RBI के नए नियमों के अनुसार चेक क्लियरेंस अब पहले से तेज और सुविधाजनक होगा. इस प्रक्रिया में निम्नलिखित चरण होंगे:
- चेक स्कैनिंग: बैंक चेक को स्कैन करेगा और उसकी डिजिटल कॉपी सीधे क्लियरिंग सिस्टम में भेजेगा.
- रियल-टाइम प्रोसेसिंग: बैंकिंग घंटों के दौरान चेक को तुरंत प्रोसेस किया जाएगा.
- तेजी से वेरिफिकेशन: बैंक अब बिना किसी देरी के चेक की वैधता की जांच करेगा.
- फंड ट्रांसफर: अगर चेक सही पाया जाता है, तो कुछ ही घंटों में पैसा आपके खाते में जमा हो जाएगा.
नई व्यवस्था से ग्राहकों को क्या फायदा होगा?
RBI की इस नई प्रणाली से ग्राहकों को कई फायदे मिलेंगे:
- चेक क्लियरेंस का समय घटेगा, जिससे जल्द पैसा मिल सकेगा.
- इमरजेंसी में फंड्स आसानी से उपलब्ध होंगे.
- बैंकिंग सिस्टम में अधिक पारदर्शिता आएगी.
- ग्राहकों को अब बैंकिंग अवकाश या वीकेंड की चिंता नहीं करनी होगी.
बैंकों को भी मिलेगा फायदा
RBI के इस नए नियम से सिर्फ ग्राहक ही नहीं बल्कि बैंकों को भी फायदा होगा.
- कम वर्कलोड: चेक प्रोसेसिंग में लगने वाला समय घटेगा. जिससे बैंकिंग सिस्टम पर दबाव कम होगा.
- कम धोखाधड़ी: डिजिटल वेरिफिकेशन तेज और प्रभावी होगा. जिससे फर्जी चेक से जुड़े मामलों में कमी आएगी.
- बेहतर ग्राहक सेवा: बैंक अब अपने ग्राहकों को ज्यादा तेज और सुविधाजनक सेवाएं दे पाएंगे.
RBI जल्द जारी करेगा नए दिशानिर्देश
हालांकि अभी तक इस नई प्रणाली के लागू होने की सटीक तारीख घोषित नहीं की गई है. RBI गवर्नर ने कहा है कि ग्राहकों के लिए जल्द ही विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे. सभी बैंकों को इस नई व्यवस्था को लागू करने के लिए आवश्यक तैयारी करने को कहा गया है.
क्रेडिट रिपोर्टिंग सिस्टम में भी बड़ा बदलाव
RBI ने अपने ऐलान में यह भी कहा कि अब सभी बैंक हर महीने की बजाय हर 15 दिन में क्रेडिट सूचना कंपनियों को ग्राहकों की रिपोर्ट भेजेंगे. इससे ग्राहकों के क्रेडिट स्कोर में तेजी से सुधार या अपडेट देखने को मिलेगा. जिससे उन्हें लोन या अन्य वित्तीय सेवाओं में आसानी होगी.
कैसे चेक करें कि आपका चेक जल्दी क्लियर हुआ या नहीं?
नए नियम लागू होने के बाद, ग्राहक अपने चेक की स्थिति को निम्नलिखित तरीकों से जांच सकते हैं:
- बैंक की नेट बैंकिंग या मोबाइल ऐप से चेक की स्थिति ट्रैक करें.
- बैंक शाखा में कॉल करके या SMS अलर्ट के जरिए अपडेट प्राप्त करें.
- अगर चेक क्लियरेंस में देरी होती है, तो बैंक से संपर्क करें और नए नियमों का हवाला दें.
क्या सभी बैंकों में यह नियम लागू होगा?
हां RBI का यह नियम सभी सरकारी और निजी बैंकों में लागू किया जाएगा. हालांकि इसकी प्रभावी तिथि अलग-अलग बैंकों के लिए थोड़ी भिन्न हो सकती है. क्योंकि इसे लागू करने के लिए बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में कुछ बदलाव करने होंगे.
क्या डिजिटल बैंकिंग को मिलेगा बढ़ावा?
RBI के इस कदम से डिजिटल बैंकिंग को भी बढ़ावा मिलेगा. पहले जहां लोग तेजी से पैसे ट्रांसफर करने के लिए UPI, NEFT या IMPS का इस्तेमाल करते थे, वहीं अब चेक पेमेंट भी उतना ही तेज हो जाएगा. इससे लोग चेक के जरिए भुगतान करने में ज्यादा सहज महसूस करेंगे.