पिता के बाद बेटे को कैसे मिलेगा पीएम आवास योजना का लाभ ? अप्लाई करने से पहले जान लो असली नियम PM AWAS YOJANA

Ram Shyam
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PM AWAS YOJANA: भारत सरकार देश के गरीब और जरूरतमंद लोगों को पक्का घर देने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) चला रही है. यह योजना 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू की गई थी, ताकि हर व्यक्ति को एक स्थायी छत मिल सके. फिलहाल पीएम आवास योजना 2.0 लागू हो चुकी है, जिसमें कुछ बदलाव किए गए हैं.

क्या है पीएम आवास योजना 2.0?

PMAY 2.0 पहले की योजना का उन्नत रूप है. जिसमें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया में कुछ नए नियम जोड़े गए हैं. इस योजना के तहत सरकार नए मकान बनाने या पुराने मकान की मरम्मत के लिए आर्थिक सहायता देती है. यह योजना शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में लागू की गई है, ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें.

क्या पिता को मकान मिलने के बाद बेटे को मिलेगा योजना का लाभ?

बहुत से लोगों के मन में यह सवाल रहता है कि यदि पिता को पीएम आवास योजना के तहत मकान मिल चुका है, तो क्या बेटे को भी इस योजना का लाभ मिलेगा? पहले की योजना में बेटों को भी यह लाभ मिल सकता था, लेकिन पीएम आवास योजना 2.0 में इस नियम में बदलाव किया गया है.

  • अगर माता-पिता पहले ही इस योजना का लाभ ले चुके हैं, तो अब बेटे को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा.
  • यदि माता या पिता ने इस योजना का लाभ नहीं लिया है, तो बेटा आवेदन कर सकता है. लेकिन इसके लिए उसे शपथ पत्र (Affidavit) देना अनिवार्य होगा.
  • अगर दस्तावेजों की जांच में कोई गड़बड़ी पाई गई, तो आवेदक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और रिकवरी हो सकती है.

योजना में आवेदन करने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य

अब पीएम आवास योजना में आधार कार्ड से वेरिफिकेशन किया जाएगा. इस प्रक्रिया से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी व्यक्ति गलत तरीके से योजना का लाभ न उठा सके.

  • आवेदन के समय माता-पिता का आधार कार्ड देना जरूरी होगा. ताकि यह पता चल सके कि उन्होंने पहले से योजना का लाभ नहीं लिया है.
  • इससे धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े को रोकने में मदद मिलेगी.

कौन-कौन लोग इस योजना के पात्र हैं?

पीएम आवास योजना का लाभ केवल उन्हीं लोगों को मिलेगा जो सरकार द्वारा तय किए गए मानदंडों को पूरा करते हैं. योजना के पात्रता नियम इस प्रकार हैं:

  • गरीबी रेखा से नीचे (BPL) आने वाले परिवार.
  • कम आय वाले परिवार (LIG) जिनकी वार्षिक आय 3 लाख रुपये तक है.
  • मध्यम वर्गीय परिवार (MIG) जिनकी आय 6 लाख रुपये से 18 लाख रुपये तक है.
  • ऐसे परिवार जिनके पास अपना कोई पक्का घर नहीं है.
  • जो पहले किसी सरकारी आवास योजना का लाभ नहीं ले चुके हैं.

पीएम आवास योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया

अगर आप पीएम आवास योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा. आवेदन करने की प्रक्रिया इस प्रकार है:

ऑनलाइन आवेदन करने के स्टेप्स:

  • सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट pmaymis.gov.in पर जाएं.
  • होम पेज पर ‘Citizen Assessment’ के ऑप्शन पर क्लिक करें.
  • अब ‘Apply Online’ पर क्लिक करें.
  • अपने आधार नंबर और अन्य जानकारी भरें.
  • सभी जरूरी दस्तावेज अपलोड करें.
  • फॉर्म सबमिट करें और रसीद डाउनलोड कर लें.

ऑफलाइन आवेदन करने के स्टेप्स:

  • अपने नजदीकी जन सेवा केंद्र (CSC) या नगर पालिका कार्यालय में जाएं.
  • वहां से पीएम आवास योजना का आवेदन फॉर्म प्राप्त करें.
  • फॉर्म में सभी जानकारी भरें और जरूरी दस्तावेज संलग्न करें.
  • भरे हुए फॉर्म को संबंधित विभाग में जमा करें.
  • आवेदन सफल होने पर पावती रसीद प्राप्त करें.

योजना के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता

पीएम आवास योजना के तहत सरकार घर बनाने या मरम्मत के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है. यह सहायता अलग-अलग श्रेणियों के अनुसार दी जाती है:

  • ग्रामीण क्षेत्रों में: ₹1.2 लाख तक की सहायता राशि.
  • शहरी क्षेत्रों में: ₹2.5 लाख तक की सहायता राशि.
  • क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी (CLSS) के तहत होम लोन पर ब्याज सब्सिडी भी दी जाती है.

योजना में नए बदलाव और सुविधाएं

पीएम आवास योजना 2.0 में सरकार ने कई अहम बदलाव किए हैं. जिससे अधिक पारदर्शिता बनी रहे. ये बदलाव इस प्रकार हैं:

  • अब ऑनलाइन वेरिफिकेशन से पात्रता सुनिश्चित की जाएगी.
  • जिन लोगों को पहले योजना का लाभ मिला है. उनके परिवार के अन्य सदस्य अब इसका लाभ नहीं उठा सकेंगे.
  • जिन लोगों के पास पहले से कोई पक्का मकान नहीं है. केवल उन्हीं को इस योजना में प्राथमिकता दी जाएगी.
  • आवेदन के लिए अब रियल-टाइम डाटा का उपयोग किया जाएगा, ताकि फर्जीवाड़े की संभावना न रहे.

योजना से लाभान्वित लोगों की संख्या

2015 से लेकर अब तक लाखों लोगों को इस योजना का लाभ मिला है. आंकड़ों के अनुसार:

  • पीएम आवास योजना के तहत करीब 1.5 लाख करोड़ रुपये की सहायता राशि जारी की जा चुकी है.
  • अब तक 2.5 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को पक्के घर मिल चुके हैं.
  • शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 90 लाख मकान निर्माणाधीन हैं.
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