अकेले ट्रेन सफर करने वाली महिलाओं को मिलती है ये सुविधाएं, बहुत कम लोगों को होती है इनकी सही जानकारी Railway Rules

Ram Shyam
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Railway Rules: भारतीय रेलवे देश की सबसे बड़ी परिवहन सेवाओं में से एक है, जो हर दिन लाखों यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाती है. रेलवे महिलाओं की सुरक्षा और उनके सफर को सहज बनाने के लिए लगातार नए कदम उठा रही है. खासकर अकेले यात्रा करने वाली महिलाओं के लिए रेलवे ने कई सुविधाएं और अधिकार तय किए हैं ताकि वे खुद को सुरक्षित और आत्मविश्वासी महसूस कर सकें.

आइए जानते हैं कि महिलाओं को ट्रेन यात्रा के दौरान कौन-कौन से विशेष अधिकार और सुविधाएं मिलती हैं.

महिलाओं के लिए अलग रिजर्व कोच की सुविधा

भारतीय रेलवे मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में महिलाओं के लिए एक विशेष कोच रिजर्व रखती है.

  • यह कोच सिर्फ महिला यात्रियों के लिए होता है ताकि वे बिना किसी असहजता के सफर कर सकें.
  • इसके अलावा, 150 किलोमीटर तक की दूरी तय करने वाली सबअर्बन और पैसेंजर ट्रेनों में भी महिलाओं के लिए रिजर्व कोच की व्यवस्था होती है.
  • इस सुविधा का उद्देश्य महिलाओं को भीड़भाड़ और असुरक्षित माहौल से बचाना है, ताकि वे अपने सफर का आनंद बिना किसी चिंता के उठा सकें.

बेटिकट महिलाओं को भी सुरक्षा का अधिकार

रेलवे ने महिला यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक खास नियम बनाया है.

  • अगर कोई महिला रात के समय अकेले सफर कर रही है और उसके पास वैध ट्रेन टिकट नहीं है, तो भी रेलवे स्टाफ उसे ट्रेन से नहीं उतार सकता.
  • इस नियम का मकसद महिलाओं को अनजाने में किसी असुरक्षित जगह पर उतरने से बचाना है.
  • रेलवे ऐसे मामलों में महिला यात्री से स्टेशन पर ही नजदीकी गंतव्य तक का टिकट कटवाने का विकल्प देती है या यात्रा जारी रखने की अनुमति देती है.

सफर के दौरान महिला सुरक्षाकर्मियों की तैनाती

महिला यात्रियों की सुरक्षा को और पुख्ता बनाने के लिए रेलवे ने रिजर्व कोच और अन्य डिब्बों में महिला सुरक्षाकर्मियों की तैनाती का निर्णय लिया है.

  • सफर के दौरान महिला सुरक्षाकर्मी नियमित रूप से गश्त करती हैं और महिला यात्रियों से उनकी सुरक्षा को लेकर बातचीत भी करती हैं.
  • यह सुरक्षाकर्मी हर प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहती हैं.
  • महिला यात्रियों की मदद के लिए रेलवे की रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) और Government Railway Police (GRP) भी 24 घंटे अलर्ट रहती है.

महिला यात्रियों के लिए अलग वेटिंग लाउंज

रेलवे स्टेशनों पर भी महिला यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाता है.

  • बड़े स्टेशनों पर महिलाओं के लिए अलग से वेटिंग लाउंज बनाए गए हैं.
  • यह वेटिंग रूम पूरी तरह से सुरक्षित होते हैं और यहां महिलाओं को आराम करने की सुविधा मिलती है.
  • रात में अकेले सफर करने वाली महिलाएं ट्रेन के लेट होने या आगे की यात्रा से पहले यहां सुरक्षित माहौल में आराम कर सकती हैं.

सीट बदलवाने का अधिकार

अगर कोई महिला यात्री ट्रेन में सफर के दौरान खुद को अपनी सीट को लेकर असहज महसूस करती है, तो उसे सीट बदलवाने का अधिकार भी है.

  • महिला यात्री टीटीई से संपर्क कर सकती है और अपनी सीट को किसी और सीट से बदलवा सकती है.
  • आमतौर पर टीटीई प्राथमिकता के आधार पर महिला यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए सीट बदलने में तुरंत सहायता करते हैं.
  • जरूरत पड़ने पर महिलाओं को महिला कोच या अन्य सुरक्षित डिब्बे में भी शिफ्ट किया जा सकता है.

रेलवे के हेल्पलाइन नंबर और मोबाइल एप

रेलवे ने महिलाओं की सुरक्षा और सहायता के लिए कई हेल्पलाइन नंबर और मोबाइल एप भी उपलब्ध कराए हैं:

  • रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139: इस नंबर पर महिला यात्री किसी भी समय कॉल कर मदद मांग सकती हैं.
  • RPF हेल्पलाइन नंबर 182: ट्रेन या स्टेशन में किसी भी तरह की परेशानी में इस नंबर पर मदद ली जा सकती है.
  • रेलवे ने ‘Sahyatri’ एप भी लॉन्च किया है, जिससे महिलाएं सीधे रेलवे सुरक्षा बल से संपर्क कर सकती हैं.

महिला यात्रियों के लिए अन्य महत्वपूर्ण सुझाव

  • रात में सफर करते समय कोशिश करें कि महिला कोच में ही बैठें.
  • यात्रा से पहले अपने परिवार या दोस्तों को ट्रेन नंबर, सीट नंबर और ट्रेन का शेड्यूल जरूर शेयर करें.
  • स्टेशन और ट्रेन में अजनबियों से बहुत अधिक बातचीत या निजी जानकारी साझा न करें.
  • आपातकालीन स्थिति में तुरंत सुरक्षाकर्मी या ट्रेन स्टाफ से संपर्क करें.

महिलाओं की सुरक्षा के लिए रेलवे का बढ़ता फोकस

  • भारतीय रेलवे लगातार महिलाओं के लिए अपनी सेवाओं में सुधार कर रही है.
  • सरकार और रेलवे प्रशासन का उद्देश्य है कि महिलाएं भी बिना किसी डर के सुरक्षित और सहज यात्रा कर सकें.
  • महिला कोचों की संख्या बढ़ाने से लेकर ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरे लगाने तक कई कदम उठाए जा रहे हैं.
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