AC Replacement: गर्मी का मौसम शुरू होते ही लोग ठंडक पाने के लिए एसी या कूलर की तलाश में लग जाते हैं. बदलते समय में एयर कंडीशनर (AC) अब केवल लक्जरी नहीं बल्कि एक जरूरत बन चुका है. खासकर शहरों में जहां तापमान 45 डिग्री तक पहुंच जाता है. वहां एसी के बिना दिन गुजारना मुश्किल हो जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एसी की भी एक निश्चित उम्र होती है और उसकी देखभाल पर ही उसकी लाइफ साइकिल निर्भर करती है?
एसी की उम्र किन बातों पर निर्भर करती है?
एसी की उम्र कई चीजों पर निर्भर करती है. सबसे पहले तो यह जानना जरूरी है कि एसी की क्वालिटी कैसी है. अलग-अलग कंपनियां एसी में अलग-अलग क्वालिटी का कॉपर इस्तेमाल करती हैं. कुछ कंपनियां हैवी कॉपर कॉइल्स का उपयोग करती हैं तो कुछ कंपनियां हल्के कॉपर या एल्युमिनियम कॉइल्स का इस्तेमाल करती हैं. बेहतर क्वालिटी का कॉपर एसी की उम्र को बढ़ा देता है और लंबे समय तक बिना परेशानी के काम करता है.
एसी की देखभाल है सबसे जरूरी
चाहे आपका एसी विंडो हो या स्प्लिट, उसकी लाइफ सबसे ज्यादा इस बात पर निर्भर करती है कि आप उसकी देखभाल किस तरह करते हैं. कई बार लोग एसी चलाते तो हैं लेकिन उसकी समय पर सर्विसिंग या सफाई नहीं कराते. इससे धीरे-धीरे एसी की परफॉर्मेंस पर असर पड़ता है और उसकी उम्र भी कम हो जाती है. अगर आप चाहते हैं कि आपका एसी कई सालों तक बिना परेशानी के काम करे, तो नियमित तौर पर इसकी देखभाल और मेंटेनेंस जरूरी है.
नियमित सर्विसिंग से बढ़ेगी एसी की लाइफ
अगर आप अपने एसी की उम्र बढ़ाना चाहते हैं तो उसकी समय-समय पर सर्विसिंग कराना बेहद जरूरी है. एक्सपर्ट्स की मानें तो साल में कम से कम दो बार एसी की सर्विस करानी चाहिए. खासकर गर्मियों के शुरू होने से पहले. सर्विसिंग में एसी के फिल्टर, कंडेंसर और इवैपोरेटर कॉइल्स की अच्छे से सफाई होती है और गैस लेवल की भी जांच होती है. इससे एसी की कूलिंग बेहतर होती है और उसकी लाइफ भी लंबी होती है.
हर हफ्ते साफ करें एसी के फिल्टर
एसी में लगा एयर फिल्टर धूल और गंदगी रोकने का काम करता है. लेकिन अगर आप लंबे समय तक फिल्टर की सफाई नहीं करते तो गंदगी फिल्टर में जमा हो जाती है. जिससे एयरफ्लो रुक जाता है और एसी की कूलिंग क्षमता घट जाती है. इसके अलावा एसी के अन्य हिस्सों पर भी दबाव बढ़ता है और वह जल्दी खराब हो सकता है. इसलिए यह जरूरी है कि हर हफ्ते एसी के फिल्टर्स को निकालकर अच्छी तरह साफ किया जाए.
कितनी होती है एसी की औसत उम्र?
अगर हम एक सामान्य विंडो या स्प्लिट एसी की बात करें तो इनकी औसत उम्र लगभग 6 से 7 साल मानी जाती है. हालांकि यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि एसी किस क्वालिटी का है और आप उसकी सर्विसिंग और देखभाल कितनी अच्छी तरह कर रहे हैं. कई बार हाई क्वालिटी कॉपर वाले अच्छे ब्रांड के एसी 8 से 10 साल तक भी आराम से चलते हैं. बशर्ते उनकी सही तरीके से मेंटेनेंस की गई हो.
एसी बदलने का सही समय कब?
कई बार एसी बार-बार खराब होने लगता है या उसमें गैस बार-बार लीक होने लगती है. यदि आपका एसी हर 2-3 महीने में सर्विस सेंटर का रास्ता पकड़ने लगे और उसमें बार-बार कूलिंग से जुड़ी दिक्कतें आने लगें तो यह इस बात का संकेत है कि अब आपको नया एसी खरीदने की जरूरत है.
इसके अलावा अगर एसी बिजली का बिल बढ़ा रहा है. आवाज करने लगा है या उसकी कूलिंग क्षमता काफी कम हो गई है तो भी इसे बदलना ही बेहतर रहेगा. नया एसी न सिर्फ बिजली की बचत करेगा बल्कि उसकी कूलिंग भी बेहतर होगी.
सही इस्तेमाल से बचा सकते हैं अतिरिक्त खर्च
एसी का सही इस्तेमाल भी उसकी लाइफ बढ़ाने में मदद करता है. जैसे- एसी की तापमान सेटिंग 24-26 डिग्री पर रखें, कमरे को एयरटाइट बनाएं ताकि ठंडी हवा बाहर न निकले और एसी को बार-बार ऑन-ऑफ न करें. सही तरीके से एसी का इस्तेमाल करने से न सिर्फ उसकी उम्र बढ़ेगी. बल्कि बिजली का बिल भी कम आएगा.
एसी खरीदते समय ध्यान देने योग्य बातें
जब भी आप नया एसी खरीदें तो उसकी क्वालिटी और ब्रांड का ध्यान जरूर रखें. हमेशा उन कंपनियों का एसी चुनें जो हैवी कॉपर कॉइल्स और मजबूत कंप्रेसर का इस्तेमाल करती हों. इसके अलावा 5 स्टार रेटिंग वाला एसी बिजली बचत में भी मदद करता है. साथ ही वारंटी और पोस्ट-सेल्स सर्विस पर भी ध्यान देना चाहिए ताकि बाद में कोई परेशानी न हो.