New Railway Line: हरियाणा के लोगों के लिए एक बड़ी राहत और खुशी की खबर आई है. केंद्र सरकार ने हिसार से अग्रोहा होते हुए सिरसा तक 93 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन के निर्माण को हरी झंडी दे दी है. इस परियोजना पर करीब 410 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इस रेल लाइन के बनने से न सिर्फ यातायात सुविधाएं बेहतर होंगी. बल्कि इससे क्षेत्र का व्यापार और पर्यटन भी नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा.
लंबे समय से उठ रही थी मांग
हिसार-अग्रोहा-सिरसा रेलवे लाइन की मांग पिछले कई वर्षों से की जा रही थी. अग्रोहा धाम में आयोजित एक बैठक में हरियाणा कानफेड (CONFED) के पूर्व चेयरमैन और वैश्य समाज के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने बताया कि यह रेल परियोजना तीन पूर्व रेल मंत्रियों – लालू प्रसाद यादव, सुरेश प्रभु और पीयूष गोयल द्वारा अग्रोहा धाम के वार्षिक मेले में घोषित की गई थी. पिछले बजट में भी इस परियोजना का उल्लेख किया गया था. लेकिन किसी कारणवश निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया था. अब आखिरकार केंद्र सरकार ने इस पर मुहर लगा दी है, जिससे क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर है.
यात्रियों को मिलेगा सीधा लाभ
इस रेल लाइन के बन जाने से हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिलों के लोगों को सीधी राहत मिलेगी. खासकर वे लोग जो इलाज के लिए अग्रोहा मेडिकल कॉलेज (Agroha Medical College) आते हैं, उन्हें सीधा रेलवे कनेक्शन मिल जाएगा. आंकड़ों के मुताबिक, हर दिन करीब 3000 मरीज इस मेडिकल कॉलेज में पहुंचते हैं. अभी तक मरीजों और उनके परिजनों को हिसार तक ट्रेन से आना पड़ता है और फिर वहां से सड़क मार्ग से अग्रोहा पहुंचना पड़ता है. नई रेल लाइन के बाद वे सीधे अग्रोहा तक ट्रेन से ही पहुंच सकेंगे. इससे न केवल यात्रा में समय की बचत होगी बल्कि खर्च भी कम होगा.
धार्मिक यात्रियों को होगी बड़ी सहूलियत
अग्रोहा धाम वैश्य समाज का एक प्रमुख तीर्थस्थल है और यहां हर साल देशभर से हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं. वर्तमान में श्रद्धालुओं को हिसार तक ट्रेन से आना पड़ता है और फिर सड़क मार्ग से अग्रोहा जाना पड़ता है. नई रेल लाइन से श्रद्धालुओं को अग्रोहा तक सीधी ट्रेन सेवा उपलब्ध होगी, जिससे आने-जाने में आसानी होगी. इसके अलावा सिरसा में स्थित डेरा सच्चा सौदा और हिसार में गोरखनाथ मंदिर जैसे धार्मिक स्थलों तक भी यात्रियों की पहुंच सरल हो जाएगी. इससे धार्मिक पर्यटन में उल्लेखनीय वृद्धि होने की संभावना है.
किसानों और व्यापारियों को होगा सीधा फायदा
यह रेलवे लाइन सिर्फ यात्रियों के लिए ही नहीं. बल्कि किसानों और व्यापारियों के लिए भी बेहद लाभकारी साबित होगी. सिरसा और फतेहाबाद जैसे क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर कृषि उत्पादन होता है और किसान अपनी फसलों को दूर-दराज के बाजारों तक पहुंचाने के लिए सड़क मार्ग पर निर्भर रहते हैं. रेलवे लाइन बनने से किसानों की माल ढुलाई लागत कम होगी और उनकी उपज आसानी से बड़े बाजारों में पहुंचाई जा सकेगी. इससे उन्हें फसलों के बेहतर दाम मिलेंगे और व्यापार भी बढ़ेगा.
छोटे और मध्यम उद्योगों को भी मिलेगा फायदा
हिसार और सिरसा में कई छोटे और मध्यम उद्योग (SMEs) हैं, जो इस नई रेल लाइन से सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे. रेल कनेक्टिविटी से कच्चे माल की आपूर्ति और तैयार माल के परिवहन में सुविधा बढ़ेगी. इससे न केवल क्षेत्र के उद्योगों की लागत घटेगी बल्कि उत्पादन क्षमता भी बढ़ेगी. साथ ही स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.
पर्यटन और अर्थव्यवस्था को मिलेगा नया बल
रेलवे लाइन के शुरू होने से अग्रोहा धाम और अन्य धार्मिक स्थलों पर आने वाले पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा. इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी. होटल, ढाबे, परिवहन और अन्य सेवाओं से जुड़े लोगों को भी रोजगार के नए अवसर मिलेंगे. साथ ही इससे हिसार और सिरसा के छोटे व्यापारियों को भी बड़ा फायदा मिलेगा.
कब से शुरू होगा निर्माण कार्य?
हालांकि केंद्र सरकार ने इस परियोजना को मंजूरी दे दी है, लेकिन अभी तक निर्माण कार्य शुरू होने की आधिकारिक तारीख घोषित नहीं की गई है. बजरंग गर्ग ने केंद्र सरकार से जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट को सरकार को अपनी प्राथमिकता में रखना चाहिए ताकि क्षेत्र के लाखों लोगों को इसका जल्द से जल्द लाभ मिल सके.
टेंडर प्रक्रिया जल्द हो सकती है शुरू
सूत्रों के अनुसार जल्द ही इस परियोजना का टेंडर जारी किया जा सकता है और उसके बाद निर्माण कार्य को तेजी से शुरू किया जाएगा. अनुमान है कि इस रेलवे लाइन का निर्माण कार्य शुरू होते ही करीब 2 से 3 वर्षों में इसे पूरा कर लिया जाएगा.