दिल्ली मेट्रो में जल्द शुरू होगी माल ढुलाई, इस दिन से शुरू होगी नई सुविधा Delhi Metro

Ram Shyam
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Delhi Metro: दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो से सफर करने वालों के लिए अब एक नई और बड़ी खबर सामने आई है. एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर पहले से उपलब्ध माल ढुलाई (Parcel Transport) की सुविधा को अब दिल्ली मेट्रो के सभी कॉरिडोर पर भी लागू किया जाएगा. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने इस योजना की शुरुआत की तैयारी कर ली है और इसके लिए लॉजिस्टिक कंपनी ब्लू डार्ट (Blue Dart) के साथ करार भी हो चुका है.

नॉन पीक आवर्स में होगी माल ढुलाई

डीएमआरसी का कहना है कि यह सुविधा केवल नॉन पीक आवर्स (Non-Peak Hours) में ही दी जाएगी ताकि आम यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो. सुबह और शाम के व्यस्त समय को छोड़कर दिन के बाकी समय में मेट्रो में एक कोच को माल ढुलाई के लिए आरक्षित किया जाएगा. इससे न सिर्फ दिल्ली मेट्रो का राजस्व बढ़ेगा बल्कि सड़क पर चलने वाले भारी वाहनों का बोझ भी कम होगा.

दिल्ली मेट्रो में आरक्षित कोच से पहुंचेगा सामान

डीएमआरसी ने योजना के तहत हर मेट्रो ट्रेन में एक कोच को माल ढुलाई के लिए सुरक्षित रखने का निर्णय लिया है. इसका सीधा मतलब है कि आम यात्री मेट्रो में सफर कर पाएंगे और उनके साथ-साथ मेट्रो के एक डिब्बे में सामान या पार्सल भी भेजा जाएगा. डीएमआरसी का कहना है कि इस पहल से यात्री सुविधा में कोई कमी नहीं आएगी क्योंकि यह सुविधा केवल खाली समय में दी जाएगी.

ब्लू डार्ट के साथ समझौता तेजी से बढ़ेगा नेटवर्क

डीएमआरसी ने इस नई सेवा के लिए देश की प्रमुख लॉजिस्टिक कंपनी ब्लू डार्ट के साथ समझौता किया है. अब डीएमआरसी और ब्लू डार्ट मिलकर मेट्रो नेटवर्क के जरिए पार्सल और सामान के ट्रांसपोर्ट को आसान और तेज बनाने की दिशा में काम करेंगे. इससे दिल्ली और एनसीआर में माल की आवाजाही अधिक सुव्यवस्थित हो जाएगी.

सड़क से हटेंगे भारी वाहन कम होगा प्रदूषण

डीएमआरसी का मानना है कि इस फैसले से दिल्ली-एनसीआर की सड़कों पर चलने वाले भारी वाहनों की संख्या में कमी आएगी. अभी दिल्ली और आसपास के शहरों में हजारों की संख्या में ट्रक और लोडिंग वाहन सड़कों पर चलते हैं जिससे जाम और प्रदूषण दोनों बढ़ते हैं. मेट्रो में माल ढुलाई शुरू होने से मालवाहक वाहनों पर निर्भरता घटेगी और सड़क यातायात पर दबाव कम होगा. इसके साथ ही वाहनों से होने वाला प्रदूषण भी घटेगा और पर्यावरण को फायदा मिलेगा.

तेज और सुरक्षित रहेगा माल का सफर

डीएमआरसी का दावा है कि मेट्रो के जरिए सामान को एक जगह से दूसरी जगह कम समय में और सुरक्षित तरीके से पहुंचाया जा सकेगा. मेट्रो की रफ्तार और तय समय पर चलने की वजह से लॉजिस्टिक कंपनियों के लिए यह एक भरोसेमंद विकल्प होगा. इससे कंपनियों को ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं से भी राहत मिलेगी.

मैड्रिड मेट्रो से मिली प्रेरणा

दिल्ली मेट्रो इस योजना को लागू करने से पहले दुनिया के अन्य शहरों के मॉडलों पर भी काम कर रही है. डीएमआरसी का कहना है कि स्पेन की मैड्रिड मेट्रो में भी इस तरह का पायलट प्रोजेक्ट चल रहा है जिसमें मेट्रो ट्रेनों के जरिए लॉजिस्टिक कंपनियां पार्सल डिलीवरी कर रही हैं. दिल्ली मेट्रो भी मैड्रिड मेट्रो के अनुभवों से सीख लेकर अपने नेटवर्क में इसे बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रही है.

दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क बनेगा शहरी लॉजिस्टिक का हब

दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क 393 किलोमीटर से ज्यादा लंबा है और इसमें 288 स्टेशन हैं. ऐसे में डीएमआरसी इस पूरे नेटवर्क का इस्तेमाल करते हुए दिल्ली-एनसीआर में शहरी माल परिवहन (Urban Logistics) का एक मजबूत और स्थाई सिस्टम खड़ा करने की योजना बना रही है. डीएमआरसी का मानना है कि यह मॉडल अन्य मेट्रो शहरों के लिए भी एक उदाहरण बन सकता है.

पहले से एयरपोर्ट लाइन पर मौजूद है सुविधा

दिल्ली मेट्रो की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन (Airport Express Line) पर यह सुविधा पहले से ही मौजूद है. यहां एक कोच में माल और पार्सल को ले जाया जाता है. अब इसी सुविधा को अन्य सभी कॉरिडोर पर भी लागू करने की तैयारी है. डीएमआरसी ने बताया कि जल्द ही इसकी शुरुआत की तारीख भी सार्वजनिक कर दी जाएगी.

डीएमआरसी की आय में होगी बढ़ोतरी

डीएमआरसी का कहना है कि यह पहल सिर्फ यात्री किराए पर निर्भरता को कम करने के लिए भी है. दिल्ली मेट्रो दुनिया की उन मेट्रो सेवाओं में से है जो राजस्व बढ़ाने के लिए वैकल्पिक स्रोतों पर लगातार काम कर रही है. मेट्रो नेटवर्क के जरिए माल ढुलाई सेवा शुरू होने से डीएमआरसी की आय में अच्छी-खासी बढ़ोतरी होगी.

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