Fake Notes: आज के समय में नकली नोट बाजार में एक बड़ी समस्या बन चुके हैं. कई बार हमें बिना जाने नकली नोट मिल जाते हैं और जब हम इन्हें किसी लेनदेन में देते हैं. तब पता चलता है कि यह नकली हैं. कुछ लोग इसे दोबारा बाजार में चलाने की कोशिश करते हैं. लेकिन ऐसा करना कानूनी रूप से अपराध है. अगर आप नकली नोट चलाते हुए पकड़े जाते हैं, तो आपको कड़ी सजा मिल सकती है.
नकली नोट पकड़े जाने पर क्या होती है सजा?
अगर कोई व्यक्ति नकली नोट का लेनदेन करते हुए पकड़ा जाता है, तो यह भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 489 के तहत अपराध माना जाता है. इस धारा के अनुसार:
- नकली नोटों के लेनदेन में पकड़े जाने पर 10 साल तक की जेल हो सकती है.
- इसके अलावा, दोषी पर भारी जुर्माना भी लगाया जा सकता है.
- कई मामलों में जेल और जुर्माना दोनों की सजा दी जाती है.
- अगर कोई व्यक्ति जानबूझकर नकली नोट बनाता या फैलाता है, तो यह गंभीर अपराध माना जाता है और इससे भी कड़ी सजा हो सकती है.
अगर गलती से नकली नोट मिल जाए तो क्या करें?
कई बार ऐसा होता है कि हमें गलती से नकली नोट मिल जाता है. लेकिन हमें पता नहीं होता कि यह नकली है. ऐसे में क्या करें?
- नकली नोट को चलाने की कोशिश न करें – अगर आपको पता चल गया कि नोट नकली है, तो इसे बाजार में इस्तेमाल करने की गलती न करें.
- बैंक या पुलिस को सूचित करें – अगर आपके पास नकली नोट है, तो आप इसे अपने नजदीकी बैंक या पुलिस स्टेशन में जमा कर सकते हैं.
- नोट का पूरा विवरण दें – बैंक या पुलिस को नकली नोट की मूल राशि, सीरियल नंबर और जहां से यह आपको मिला, उसकी जानकारी दें.
- बिना जानकारी वाले नकली नोट को नष्ट करें – अगर आपको यह पता नहीं कि नकली नोट कहां से आया, तो इसे नष्ट कर देना ही बेहतर होगा.
अगर एटीएम से नकली नोट निकले तो क्या करें?
अगर आपको किसी एटीएम से नकली नोट मिलता है, तो घबराने की जरूरत नहीं है. ऐसे मामलों में आपको अपना पैसा वापस मिल सकता है. लेकिन इसके लिए सही प्रक्रिया अपनानी होगी:
- एटीएम से निकले नकली नोट की तुरंत फोटो खींचें.
- बैंक के कस्टमर केयर या शाखा में इसकी शिकायत करें.
- एटीएम में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा सकती है, इसलिए तुरंत सूचना दें.
- अगर एटीएम के पास सुरक्षा गार्ड है, तो उसे भी सूचित करें.
- नकली नोट को बैंक में जमा करें और सही प्रक्रिया का पालन करें.
कैसे पहचानें कि नोट असली है या नकली?
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने नकली नोटों को पकड़ने के लिए कई सिक्योरिटी फीचर्स दिए हैं. इनकी पहचान करना बहुत जरूरी है:
- गांधीजी की तस्वीर: असली नोट में महात्मा गांधी की तस्वीर उभरी होती है. जबकि नकली नोट में यह फीचर स्पष्ट नहीं होता.
- वॉटरमार्क: असली नोट में गांधीजी की तस्वीर का वॉटरमार्क होता है.
- सिक्योरिटी थ्रेड: असली नोट में बीच में एक चमकदार धागा होता है. जिसे रोशनी में देखने पर उसमें RBI लिखा होता है.
- इनसेट लेटर: नोट के एक तरफ छोटे अक्षरों में इनसेट लेटर होता है, जो असली नोटों की पहचान में मदद करता है.
- रंग बदलने वाली इंक: 500 और 2000 रुपये के नोटों में अंक का रंग हल्का से गहरा होता है. जब इसे झुकाकर देखा जाता है.
- स्पर्शनीय अंक: असली नोटों पर दृष्टिहीन लोगों के लिए उभरे हुए अंक होते हैं. जिन्हें छूकर महसूस किया जा सकता है.
नकली नोट बनाने और चलाने वालों पर क्या कार्रवाई होती है?
अगर कोई व्यक्ति नकली नोट छापते हुए पकड़ा जाता है, तो उसे IPC धारा 489(A) के तहत आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है.
- नकली नोटों का उत्पादन करना, वितरित करना या जानबूझकर इसका उपयोग करना कानूनन अपराध है.
- अगर कोई व्यक्ति नकली नोट का इस्तेमाल करता है. लेकिन उसे यह नहीं पता कि वह नकली है, तो उस पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं होती. बशर्ते कि वह इसे तुरंत संबंधित प्राधिकरण को सौंप दे.