फलों के ऊपर क्यों लगाए जाते है स्टीकर, जाने क्या है असली वजह Stickers on Fruits

Ravi Kishan
5 Min Read

Stickers on Fruits: अगर आपने बाजार से फल खरीदे हैं, तो आपने उनके ऊपर छोटे-छोटे स्टिकर या लेबल जरूर देखे होंगे। क्या आपने कभी सोचा है कि ये स्टिकर क्यों लगाए जाते हैं? यह सिर्फ ब्रांडिंग के लिए नहीं, बल्कि इन स्टिकर्स के जरिए फल की कवालिटी, उत्पादन प्रक्रिया और इसे पकाने के तरीके की जानकारी दी जाती है।

स्टिकर के कोड से कैसे पहचानें फल की कवालिटी?

फलों पर लगे स्टिकर में 4 या 5 अंकों वाले कोड होते हैं। ये कोड फल के उत्पादन और पैदावार से जुड़ी जानकारी देते हैं। इनका मतलब जानना बेहद जरूरी है ताकि आप सेहत के लिए सही फल का चुनाव कर सकें। आइए जानते हैं इन नंबरों के मायने:

1. 5 अंकों वाला स्टिकर (पहला अंक 9)

अगर किसी फल के स्टिकर पर 5 अंकों का कोड हो और वह 9 से शुरू होता हो, तो इसका मतलब यह है कि फल को पूरी तरह जैविक (ऑर्गेनिक) तरीके से उगाया गया है। ऐसे फलों में किसी भी प्रकार के केमिकल या पेस्टिसाइड का उपयोग नहीं किया गया होता। यह सेहत के लिए सबसे अच्छा ऑप्शन है।

2. 5 अंकों वाला स्टिकर (पहला अंक 8)

अगर स्टिकर पर 5 अंकों का कोड हो और वह 8 से शुरू होता हो, तो इसका मतलब यह है कि यह फल जेनेटिकली मॉडिफाइड (GMO) तरीके से उगाया गया है। ऐसे फलों की पैदावार को बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक रूप से उनके जीन में बदलाव किए जाते हैं। हालांकि, कुछ अध्ययनों के अनुसार, लंबे समय तक ऐसे फलों का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।

3. 4 अंकों वाला स्टिकर

अगर किसी फल पर 4 अंकों वाला स्टिकर हो और वह 3 या 4 से शुरू होता हो, तो इसका मतलब है कि यह फल पारंपरिक तरीके से उगाया गया है, लेकिन इसमें कीटनाशक और रासायनिक उर्वरकों का इस्तेमाल किया गया है। यह फल पूरी तरह से प्राकृतिक नहीं होता और इसमें हानिकारक केमिकल्स होने की संभावना रहती है।

4. 5 अंकों वाला स्टिकर (पहला अंक 5)

अगर किसी फल पर 5 अंकों का कोड हो और वह 5 से शुरू होता हो, तो इसका मतलब है कि फल को प्राकृतिक तरीके से पकाया गया है। यह फल ऑर्गेनिक तरीके से तैयार किए जाते हैं, लेकिन कुछ मामलों में इन्हें बाजार में लंबे समय तक रखने के लिए हल्के केमिकल्स से सुरक्षित किया जाता है।

फलों पर लगे स्टिकर को पहचानकर सही फल खरीदें

बहुत से लोग स्टिकर को सिर्फ ब्रांडिंग का हिस्सा मानते हैं, लेकिन हकीकत में यह फलों की कवालिटी की पहचान करने का एक वैज्ञानिक तरीका है। आपको हमेशा 9 से शुरू होने वाले 5 अंकों वाले स्टिकर लगे जैविक फलों को प्राथमिकता देनी चाहिए।

4 अंकों वाले स्टिकर लगे फलों से बचें

अगर किसी फल पर 4 अंकों वाला स्टिकर है, तो उसे खरीदने से बचना चाहिए। ऐसे फल रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का उपयोग करके उगाए जाते हैं, जिससे सेहत को नुकसान हो सकता है। लंबे समय तक ऐसे फलों का सेवन करने से पाचन तंत्र, हृदय और किडनी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।

क्या फलों पर लगे स्टिकर सेहत के लिए हानिकारक होते हैं?

फलों पर लगे स्टिकर खाद्य-ग्रेड गोंद से चिपकाए जाते हैं, जो आमतौर पर हानिकारक नहीं होते। हालांकि, अगर स्टिकर के चिपकाने में इस्तेमाल किए गए केमिकल हानिकारक होते हैं, तो यह सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। इसलिए, फल खाने से पहले हमेशा उन्हें अच्छी तरह से धो लें और स्टिकर हटा दें।

ऑर्गेनिक फल खाने के फायदे

  • रसायन-मुक्त – ऑर्गेनिक फल बिना किसी केमिकल के उगाए जाते हैं, जिससे वे सेहत के लिए सुरक्षित होते हैं।
  • ज्यादा पोषक तत्व – जैविक फलों में विटामिन और मिनरल्स की मात्रा अधिक होती है।
  • स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद – नियमित रूप से ऑर्गेनिक फल खाने से प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और बीमारियों का खतरा कम होता है।
Share This Article