NOC Requirement: हरियाणा के अवैध कालोनियों में प्लॉट खरीदने वाले हजारों लोगों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है. वर्षों से एनओसी (नॉन-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे लोगों की परेशानी जल्द ही खत्म होने जा रही है. नए सी.ए. संदीप कुमार ने इस दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए एनओसी प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए स्पेशल ड्राइव चलाने का निर्णय लिया है.
सालों से अटके थे हजारों एनओसी के आवेदन
गौरतलब है कि हरियाणा में अवैध कालोनियों को रेगुलर करने के लिए 2013 और 2018 में सरकार द्वारा नीति जारी की गई थी. इन नीतियों में प्लॉट धारकों को अपने प्लॉट के लिए अलग से एनओसी लेना अनिवार्य कर दिया गया था.
- इसके तहत बड़ी संख्या में प्लॉट धारकों ने निर्धारित फीस भी जमा कर दी थी.
- इसके बावजूद वर्षों से हजारों लोग ग्लाडा ऑफिस और अन्य संबंधित विभागों के चक्कर लगा रहे थे.
- शिकायतें लगातार मिल रही थीं कि एनओसी के आवेदन पेंडिंग पड़े हैं और कोई समाधान नहीं हो रहा.
सीए संदीप कुमार का बड़ा फैसला, मीटिंग में दिया आदेश
नवनियुक्त सीए संदीप कुमार ने शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए विभागीय अधिकारियों की बैठक बुलाई.
- उन्होंने सभी पेंडिंग एनओसी के आवेदनों की विस्तृत जानकारी मांगी.
- मीटिंग में उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि एनओसी प्रक्रिया में देरी नहीं होनी चाहिए.
- इसके लिए उन्होंने स्पेशल ड्राइव चलाने का आदेश जारी किया ताकि पेंडिंग आवेदनों को जल्द से जल्द निपटाया जा सके.
छुट्टियों में भी खुला रहेगा ग्लाडा ऑफिस
संदीप कुमार ने बड़ा कदम उठाते हुए कहा कि अब अवैध कालोनियों में स्थित प्लॉटों के एनओसी जारी करने के लिए ग्लाडा ऑफिस छुट्टियों में भी खुला रहेगा.
- यानी शनिवार और रविवार जैसे अवकाश के दिनों में भी अधिकारी और कर्मचारी काम करेंगे.
- इससे उन लोगों को राहत मिलेगी जो सप्ताह के दिनों में समय नहीं निकाल पाते थे.
फील्ड में लगाए जाएंगे कैंप, मौके पर होगा निपटारा
ग्लाडा के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि सोमवार से फील्ड में स्पेशल कैंप लगाए जाएंगे.
- इन कैंपों में मौके पर ही पेंडिंग एनओसी के आवेदनों की जांच और समाधान किया जाएगा.
- अधिकारियों का दावा है कि जिन आवेदकों की फाइलें पूरी होंगी. उन्हें उसी दिन मौके पर एनओसी दे दी जाएगी.
- इससे उन लोगों को बड़ी राहत मिलेगी जो कई सालों से इंतजार कर रहे थे.
आम जनता को राहत, रियल एस्टेट सेक्टर में भी हलचल
इस फैसले से न केवल प्लॉट धारकों को राहत मिलेगी बल्कि रियल एस्टेट सेक्टर में भी नई हलचल देखने को मिलेगी.
- एनओसी मिलने के बाद लोग अपने प्लॉटों पर निर्माण कार्य शुरू कर सकेंगे.
- लंबे समय से जो संपत्तियां कागजों में अटकी पड़ी थीं. वे अब कानूनी रूप से वैध हो जाएंगी.
- साथ ही बाजार में प्लॉटों की बिक्री और खरीदारी में भी तेजी आने की संभावना है.
शिकायतों के चलते उठाया गया यह कदम
बता दें कि पिछले कुछ महीनों से प्लॉट धारक लगातार शिकायत कर रहे थे कि उन्होंने सभी दस्तावेज और फीस समय पर जमा कर दी है, फिर भी एनओसी नहीं मिल रही.
- यह मुद्दा कई बार स्थानीय प्रशासन और राजनीतिक मंचों पर भी उठ चुका था.
- लोगों का आरोप था कि सिस्टम की धीमी प्रक्रिया के कारण उनका समय और पैसा दोनों बर्बाद हो रहा है.
- इन्हीं शिकायतों के आधार पर नए सीए संदीप कुमार ने तुरंत कदम उठाने का निर्णय लिया.
कैसे मिलेगा एनओसी? जानिए प्रक्रिया
अब सवाल यह है कि इस स्पेशल ड्राइव के तहत एनओसी पाने की प्रक्रिया क्या होगी.
- सबसे पहले प्लॉट धारक को अपना पूरा आवेदन और दस्तावेज तैयार रखने होंगे.
- कैंप में जाकर आवेदन की जांच करानी होगी.
- यदि दस्तावेज पूरे होंगे और सभी शुल्क जमा होंगे तो मौके पर ही एनओसी जारी कर दी जाएगी.
- जिन मामलों में कोई कमी होगी, उन्हें सुधारने के लिए तुरंत निर्देश दिए जाएंगे.
प्रशासनिक अमले को सख्त निर्देश
- सीए संदीप कुमार ने अधिकारियों से कहा है कि कोई भी प्लॉट धारक अनावश्यक रूप से परेशान न हो.
- साथ ही कैंप में आने वाले आवेदकों की समस्याओं को मौके पर ही हल करने की कोशिश की जाएगी.
- सभी कर्मचारियों और अफसरों को निर्देश दिया गया है कि वह हर केस को प्राथमिकता से निपटाएं.
- स्पेशल ड्राइव की पूरी निगरानी वरिष्ठ अधिकारी खुद करेंगे.