मार्च 2025 से विधवा और दिव्यांग पेंशन स्कीम में होगा बदलाव ? जाने क्या कुछ होगा खास Widow Pension Scheme

Ravi Kishan
4 Min Read

Widow Pension Scheme: सरकार ने विधवा और दिव्यांग पेंशन योजनाओं में कुछ बड़े बदलाव करने का फैसला लिया है, जो मार्च 2025 से असरदार होंगे। इन बदलावों का उद्देश्य पेंशन प्रणाली को अधिक पारदर्शी और न्यायसंगत बनाना है। अगर आप या आपके परिवार का कोई सदस्य इन योजनाओं का फायदा ले रहा है, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण हो सकती है। आइए जानते हैं कि इन नई शर्तों में क्या बदलाव किए गए हैं और यह आपकी ज़िंदगी को कैसे प्रभावित करेंगे।

पेंशन प्रणाली में बदलाव क्यों जरूरी?

पिछले कुछ सालों में सरकार को पेंशन वितरण में कई अनियमितताओं की शिकायतें मिली हैं। अपात्र लोगों द्वारा पेंशन लेने और फर्जी लाभार्थियों की संख्या बढ़ने से असली ज़रूरतमंद लोग इससे वंचित हो रहे थे। इसलिए सरकार ने यह फैसला किया कि पेंशन केवल उन्हीं लोगों को मिलेगी जो वास्तव में इसके हकदार हैं। पारदर्शिता और निगरानी को बढ़ाने के लिए नई तकनीकों का उपयोग किया जाएगा।

इन बदलावों से मुख्य रूप से ये फायदे होंगे:

  • आर्थिक रूप से ज़रूरतमंद लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी।
  • पेंशन वितरण प्रणाली में अधिक पारदर्शिता आएगी।
  • पेंशन की राशि में बढ़ोतरी की जा सकती है।

विधवा पेंशन में किए गए बदलाव

नई शर्तें:

  1. आय सीमा में बदलाव : अब विधवा महिलाओं की फॅमिली इंकम की सीमा घटाकर 1.5 लाख रुपये वार्षिक कर दी गई है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि केवल आर्थिक रूप से कमज़ोर महिलाओं को ही पेंशन मिले।
  2. आधार कार्ड लिंकिंग अनिवार्य: सभी लाभार्थियों को अपनी पेंशन को आधार कार्ड से लिंक कराना अनिवार्य होगा। इससे फर्जी लाभार्थियों को बाहर किया जा सकेगा।
  3. नवविवाहिता के लिए नियम: यदि कोई विधवा महिला दोबारा विवाह करती है, तो उसकी पेंशन बंद कर दी जाएगी। हालांकि, कुछ खास मामलों में पुनर्विचार किया जा सकता है।
  4. पेंशन राशि में बढ़ोतरी: वर्तमान में विधवा पेंशन की राशि 1000 रुपये प्रति माह है, जिसे बढ़ाकर 1500 रुपये प्रति माह करने का प्रस्ताव है।

दिव्यांग पेंशन में किए गए बदलाव

नई शर्तें:

  1. दिव्यांगता प्रमाण पत्र: अब दिव्यांगता प्रमाण पत्र को हर तीन साल में नवीनीकृत कराना अनिवार्य होगा।
  2. दिव्यांगता प्रतिशत: जिन व्यक्तियों की दिव्यांगता 40% से कम होगी, वे इस योजना के पात्र नहीं होंगे।
  3. डिजिटल वेरिफिकेशन: दिव्यांग पेंशन के लिए आवेदन और वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन कर दी जाएगी, जिससे प्रक्रिया तेज़ और पारदर्शी हो सके।
  4. पेंशन राशि में बढ़ोतरी: पहले दिव्यांग पेंशन 1200 रुपये प्रति माह थी, जिसे अब 2000 रुपये प्रति माह तक बढ़ाने का प्रस्ताव है।

नई शर्तों का आम जनता पर असर

इन बदलावों से कुछ लोगों को लाभ मिलेगा, तो कुछ को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

लाभ:

  • पेंशन पाने वालों के लिए अधिक पारदर्शिता और सुरक्षा।
  • पेंशन राशि में बढ़ोतरी से लाभार्थियों को अधिक राहत मिलेगी।
  • योग्य लाभार्थियों को ही इस योजना का लाभ मिलेगा।

चुनौतियां:

  • डिजिटल प्रक्रिया उन लोगों के लिए मुश्किल हो सकती है जो तकनीकी रूप से कंफरटेबल नहीं हैं।
  • आय सीमा में बदलाव के कारण कुछ महिलाएं पेंशन से वंचित हो सकती हैं।

नई पेंशन के लिए आवेदन कैसे करें?
नई शर्तों के लागू होने के बाद पेंशन आवेदन की प्रक्रिया में भी बदलाव किए गए हैं। अब यह पूरी तरह डिजिटल होगी।

ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:

  1. राज्य सरकार की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं।
  2. नया रजिस्ट्रेशन करें या अपने अकाउंट में लॉगिन करें।
  3. आवश्यक दस्तावेज़ (आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र, दिव्यांगता प्रमाण पत्र) अपलोड करें।
  4. आवेदन फॉर्म भरने के बाद डिजिटल सिग्नेचर या OTP के माध्यम से सबमिट करें।
  5. आवेदन की स्थिति ऑनलाइन ट्रैक की जा सकती है।
Share This Article