Fencing Scheme: देशभर में बेसहारा मवेशियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. जिससे किसानों और बागवानों को भारी नुकसान हो रहा है. कई बार मवेशी फसलों को पूरी तरह बर्बाद कर देते हैं. जिससे किसानों को आर्थिक हानि उठानी पड़ती है. इसके अलावा बेसहारा पशु सड़कों पर हादसों का कारण भी बनते हैं. लेकिन हरियाणा सरकार ने किसानों की इस समस्या का समाधान निकालते हुए सोलर-फेंसिंग योजना शुरू की है. जिसके तहत किसानों को 50% तक की सब्सिडी दी जा रही है.
हरियाणा सरकार की सोलर-फेंसिंग योजना
हरियाणा के कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने हाल ही में जानकारी दी कि सरकार बागवानी फसलों की सुरक्षा के लिए सोलर-फेंसिंग लगाने पर 50% तक सब्सिडी दे रही है. इसके तहत अगर कोई किसान बागवानी विभाग द्वारा तय किए गए मानकों के अनुसार सोलर-फेंसिंग के तार बाजार से खरीदता है, तो उसे सरकार द्वारा अनुदान दिया जाएगा.
अब तक सात जिलों के किसानों को मिला लाभ
कृषि मंत्री के अनुसार, हरियाणा में अभी तक सात जिलों के किसानों ने इस योजना का लाभ उठाया है. यह योजना खासकर उन किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो रही है. जिनकी फसलें बार-बार बेसहारा मवेशियों द्वारा नष्ट कर दी जाती थीं. सरकार इस योजना के तहत किसानों को वित्तीय सहायता देकर बागवानी और खेती को सुरक्षित करने की दिशा में काम कर रही है.
सोलर-फेंसिंग से कैसे होगी किसानों की मदद?
सोलर-फेंसिंग एक आधुनिक तकनीक है. जिसमें सौर ऊर्जा से चार्ज होने वाले तारों का उपयोग किया जाता है.
- बेसहारा मवेशियों को खेतों में घुसने से रोकेगा.
- किसानों को अपनी फसल सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी.
- इससे खेतों में चौबीसों घंटे सुरक्षा बनी रहेगी.
- किसानों की पैदावार और मुनाफे में बढ़ोतरी होगी.
सरकार द्वारा गोशालाओं को भी बढ़ावा
हरियाणा सरकार न केवल फेंसिंग योजना के जरिए फसलों की सुरक्षा कर रही है. बल्कि गोशालाओं को भी बढ़ावा दे रही है. सरकार बेसहारा मवेशियों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है, जिससे उन्हें उचित देखभाल मिल सके.
सरकार द्वारा उठाए गए कुछ कदम:
- गोवंशों की देखभाल के लिए आर्थिक सहायता
- गोशालाओं में चारे की व्यवस्था के लिए अतिरिक्त फंड
- बेसहारा मवेशियों को आश्रय देने के लिए नई योजनाएं
प्राकृतिक खेती के लिए भी प्रोत्साहन
हरियाणा सरकार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए भी लगातार प्रयास कर रही है. देसी गाय के पालन को प्रोत्साहित करने के लिए किसानों को 30,000 रुपये सालाना सहायता दी जा रही है. इस योजना से न केवल किसानों को आर्थिक मदद मिलेगी. बल्कि जैविक खेती को भी बढ़ावा मिलेगा.
राजस्थान में भी चल रही ऐसी ही योजना
हरियाणा की तरह ही राजस्थान सरकार भी किसानों की फसलों को बेसहारा मवेशियों से बचाने के लिए विशेष योजना चला रही है. राजस्थान सरकार ने तारबंदी योजना के लिए 444 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया है. किसान इस योजना का लाभ उठाकर अपने खेतों को सुरक्षित कर सकते हैं.
राजस्थान में सब्सिडी योजना की कुछ प्रमुख बातें:
- अनुसूचित जनजाति के किसानों को 0.50 हेक्टेयर पर तारबंदी की सुविधा.
- सामान्य श्रेणी के किसानों के लिए कम से कम 1.5 हेक्टेयर जमीन की शर्त.
- 10 से ज्यादा किसान अगर ग्रुप में फेंसिंग करवाते हैं, तो उनके पास 5 हेक्टेयर कृषि भूमि होना जरूरी.
किसानों के लिए यह योजना क्यों जरूरी?
- फसलें सुरक्षित रहेंगी: बेसहारा मवेशी खेतों में घुसकर फसलों को नष्ट कर देते हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान होता है. इस योजना से खेत सुरक्षित रहेंगे.
- आर्थिक नुकसान से बचाव: हर साल लाखों रुपये की फसलें पशुओं द्वारा खराब कर दी जाती हैं. फेंसिंग से यह नुकसान रोका जा सकता है.
- सड़क हादसों में कमी: बेसहारा पशु सड़कों पर हादसों का कारण बनते हैं. गोशालाओं को बढ़ावा देने से यह समस्या भी कम होगी.
- जैविक खेती को बढ़ावा: देसी गायों को पालने और जैविक खेती को बढ़ाने के लिए सरकार आर्थिक मदद कर रही है.
कैसे करें आवेदन?
हरियाणा में सोलर-फेंसिंग योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को बागवानी विभाग की वेबसाइट पर आवेदन करना होगा. इसके लिए:
- योग्यता पूरी होने पर सब्सिडी का लाभ उठाएं.
- सरकारी पोर्टल पर जाकर आवेदन फॉर्म भरें.
- सभी आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें.
- योजना से जुड़ी शर्तों और मापदंडों को ध्यान से पढ़ें.