Elevated Railway Track: कुरुक्षेत्र शहर के लोगों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है. लंबे समय से ट्रैफिक जाम की समस्या से जूझ रहे कुरुक्षेत्र वासियों को अब बड़ी राहत मिलने जा रही है. शहर से गुजरने वाली कुरुक्षेत्र-नरवाना रेलवे लाइन पर एलिवेटेड रेलवे ट्रैक (Elevated Railway Track) का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है. इसके शुरू होते ही शहर के 5 प्रमुख रेलवे फाटकों से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाएगा.
इन 5 रेलवे फाटकों पर नहीं लगेगा जाम
इस प्रोजेक्ट के पूरा होते ही झांसा रोड, कच्चा घेर, शास्त्री मार्केट, LNJP अस्पताल चौक और थर्ड गेट फाटक पर अब रेलगाड़ियों के कारण रुकने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इन फाटकों पर अक्सर लंबा जाम लगता था. जिससे आम जनता और वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. खासकर स्कूल, कॉलेज और दफ्तर जाने वाले लोगों के लिए यह जाम रोजाना की परेशानी बना हुआ था. अब एलिवेटेड ट्रैक से इन सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा.
ट्रैक का सफलतापूर्वक हो चुका है ट्रायल
रेलवे अधिकारियों के अनुसार एलिवेटेड ट्रैक पर ट्रेनों का ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है. हालांकि इसका नियमित संचालन शुरू होने में अभी लगभग एक साल का समय और लगेगा. करीब 5.5 किलोमीटर लंबे इस ट्रैक का निर्माण कार्य तो पूरा हो चुका है. लेकिन अभी प्लेटफॉर्म तैयार किया जा रहा है. साथ ही अन्य सुविधाओं का काम भी चल रहा है.
एलिवेटेड ट्रैक की लागत और खासियत
इस एलिवेटेड रेलवे ट्रैक पर करीब 371 करोड़ रुपये की लागत आंकी गई है. इसके तहत न सिर्फ ट्रैक बनाया गया है. बल्कि ओवरहेड वायरिंग और रेल लाइन भी बिछाई जा चुकी है. यह प्रोजेक्ट प्रदेश और केंद्र सरकार का संयुक्त प्रयास है. 2019 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस परियोजना का शिलान्यास किया था. शुरू में इस प्रोजेक्ट की लागत 246 करोड़ रुपये निर्धारित की गई थी. जिसमें राज्य सरकार ने 136.45 करोड़ और रेलवे विभाग ने 109.54 करोड़ रुपये दिए.
ऊपर प्लेटफॉर्म और नीचे होगा नया स्टेशन
इस परियोजना की खासियत यह है कि इस एलिवेटेड ट्रैक पर ऊपर प्लेटफॉर्म बनेगा और नीचे थानेसर का नया रेलवे स्टेशन तैयार किया जा रहा है. प्लेटफॉर्म तक पहुंचने के लिए यात्रियों के लिए एक्सीलेटर और सीढ़ियों की सुविधा भी दी जाएगी. स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा. ताकि यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो.
एक साल में पूरा होगा स्टेशन का काम
कुरुक्षेत्र रेलवे स्टेशन अधीक्षक शंकर लाल मीणा ने बताया कि प्लेटफॉर्म की लंबाई लगभग 450 मीटर होगी. इसके नीचे एक नया स्टेशन भी तैयार किया जाएगा. अधिकारियों का कहना है कि स्टेशन और प्लेटफॉर्म का निर्माण कार्य अगले एक साल में पूरा हो जाएगा. इसके बाद इस एलिवेटेड ट्रैक पर ट्रेनें नियमित रूप से दौड़ने लगेंगी और ट्रैफिक जाम की समस्या खत्म हो जाएगी.
जाम से मिलेगा स्थायी छुटकारा
इस एलिवेटेड रेलवे ट्रैक के शुरू होने के बाद कुरुक्षेत्र के व्यस्ततम क्षेत्रों में लगने वाले जाम से लोगों को स्थायी राहत मिलेगी. यह ट्रैक शहर के बीचों-बीच से होकर गुजरता है. जहां अब तक हर बार ट्रेन गुजरने पर फाटक बंद हो जाते थे और लंबा जाम लग जाता था. स्कूल, कॉलेज, अस्पताल और बाजार जाने वालों को इस समस्या का रोजाना सामना करना पड़ता था. लेकिन अब इस परियोजना से लोग सुचारू रूप से अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे.
आर्थिक और सामाजिक विकास में मददगार
इस एलिवेटेड ट्रैक से न केवल लोगों को जाम से राहत मिलेगी बल्कि यह कुरुक्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी मददगार साबित होगा. ट्रैफिक जाम से बचने के बाद न सिर्फ लोगों का समय बचेगा, बल्कि ईंधन की भी बचत होगी. साथ ही व्यापारियों और स्थानीय दुकानदारों को भी फायदा मिलेगा क्योंकि लोग अब आसानी से बाजार और अन्य व्यावसायिक क्षेत्रों में आ-जा सकेंगे.
लोगों को मिलेगी आधुनिक स्टेशन की सुविधा
नया स्टेशन बनने के बाद यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं भी मिलेंगी. यहां पर स्वचालित सीढ़ियां (एस्केलेटर), लिफ्ट, वेटिंग एरिया और अन्य यात्री सुविधाएं दी जाएंगी. यह स्टेशन पूरी तरह से दिव्यांगजन फ्रेंडली भी होगा. वहीं एलिवेटेड प्लेटफॉर्म से ट्रेन पकड़ने का अनुभव भी यात्रियों के लिए नया और सुविधाजनक रहेगा.